लापरवाही और गंदगी देख भड़के मंत्री : कुम्भ










जिले के प्रभारी मंत्री बुधवार को मेडिकल कॉलेज के एसआएन अस्पताल में कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी की लापरवाही देख तमतमा गए। अधिशासी अभियंता मौके पर नहीं मिले तो लखनऊ में मुख्य अभियंता को फोन लगाया और बोले, पीडब्ल्यूडी के बस का नहीं है काम, कुंभ से पहले कुछ भी हो पाना संभव नहीं दिख रहा है।
इसके बाद मंत्री ने कुंभ कार्यों का बारीकी से निरीक्षण किया तो उन्हें हर तरफ खामियां मिलीं। हर तरफ गंदगी पसरी थी तो अधिकांश स्थानों पर मलबे का ढेर लगा था। अफसरों को चेताया अब दंडात्मक कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन लखनऊ से दोपहर करीब तीन बजे सीधा एसआरएन अस्पताल परिसर पहुंचे। वहां प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह, एसआईसी डॉ. एके श्रीवास्तव, डिप्टी एसआईसी गौतम त्रिपाठी ने उनका स्वागत किया। 

वह सीधे पुराने भवन में वार्डों का निरीक्षण करने पहुंच गए। गलियारे में टाइल्स का न लगना, बिजली का अधूरा काम और मलबा, कबाड़ पड़ा देख उनका मूड बिगड़ गया। वहीं से मुख्य अभियंता से उनके मातहतों के बारे में जानकारी देकर कुंभ कार्यों में बरती जा रही लापरवाही पर नाराजगी जताई। प्राचार्य से भी निगरानी न करने पर नाराजगी जताई। कहा, दिन में दो बार निरीक्षण कर प्रगति से अवगत कराएं। 

मंत्री ने पुराने भवन के साथ प्रशासनिक विंग, महामारी वार्ड नंबर 7, वार्ड पांच, नौ और दस का निरीक्षण किया। वार्ड नौ में भर्ती नैनी के दिलीप सहित अन्य मरीजों से हाल पूछा। दवाओं और डॉक्टरों के बारे में फीडबैक लेकर निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण करने पहुंचे। 

तब तक वहां पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता खंड एक एके द्विवेदी पहुंच चुके थे। मंत्री ने नक्शा मांगा और काउंटरों के बारे में पूछा तो बताया गया कि छह काउंटर और बनाकर ओपीडी हाल में 150 कुर्सिंयां लगाई जाएंगी। 

मंत्री ने निर्देश दिया कि काउंटरों की संख्या 12 की जाए। दिव्यांगों के लिए स्लोप और काउंटर अलग हो। महिलाओं और बुजुर्गों को विशेष सहूलियत दी जाए। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुपर स्पेशियलिटी योजना(पीएमएचएसवाई) के भवन का निरीक्षण किया। 

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