प्रयागराज पहुंचे दुनिया के ७१ राजनयिकों का स्वागत पुष्पवर्षा और तिरंगे से किया गया।

संगम की रेती से फिर विश्व कल्याण और सर्वमंगल की कामना का संदेश जाएगा। विविधता में एकता और वसुधैव कुटुंबकम की संकल्पना को और करीब से जानने-समझने के लिए पूरी दुनिया संगम तट पर सिमट आएगी।
इसे पूरा करने के लिए इस कुंभ में 192 देशों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। आज 71 देशों का प्रतिनिधिमंडल संगम क्षेत्र पहुंच गया है। जहां पांच घंटे रुककर प्रदर्शनी, डाक्यूमेंटरी आदि के माध्यम से भव्य और दिव्य कुंभ की छवियों को निहारा।

‘चलो चलें कुंभ’ अभियान का हिस्सा बनने और उसे सार्थक करने वाले राजनयिकों के स्वागत के लिए संगम की रेती सजी। मकसद वही कि राजनयिक भव्य कुंभ की छवियों के साथ जाएं और अपने देशवासियों को भी यहां आने के लिए प्रेरित, प्रोत्साहित करें। यूनेस्को पहले ही दुनिया के सबसे बड़े मेले के रूप में कुंभ को धरोहरों की सूची में शामिल कर चुका है। अब दुनिया भर में इसे साबित करने की कोशिश भी है।

कोशिश है कि एयरपोर्ट से लेकर संगम तक हर जगह, अलग-अलग अंदाज में उनका ऐसा स्वागत हो जो उन्हें अभिभूत करे। खान-पान की व्यवस्था ताज की टीम को दी गई है तो अन्य तैयारियों के लिए दिल्ली की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी जुटी है। प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी दावा किया है दुनिया भर के राजनयिकों के स्वागत और उन्हें दिव्य-भव्य कुंभ की छवियों को दिखाने के लिए संगम की रेती पूरी तरह तैयार है।

Comments

Popular posts from this blog

क्रूज की सवारी कर कुंभ मेले में पहुंच सकेंगे श्रद्धालु, नए साल में मिलेगा तोहफा

कुंभ मेले में रेलकर्मी घूम-घूम कर कराएंगे यात्रियों को रेल टिकट मुहैया । ।

स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की तबीयत बिगड़ी, प्रयागराज से इलाज के लिए आए बीएचयू